खालिस्तानी अमृतपाल : लोकसभा चुनाव जीतने वाले खाली स्थान समर्थक अमृतपाल ने शुक्रवार को सांसद पद की शपथ ली | शपथ लेने का कोई फोटो या वीडियो जारी नहीं किया गया है । अमृत पाल सिंह खालिस्तान समर्थक होने की गतिविधि में लिफ्ट पाया गया था । अमृतपाल सिंह पंजाब के खातिर साहब से लोकसभा चुनाव जीता है ।
खालिस्तानी अमृतपाल
जेल से निकलने की कोशिश :
खालिस्तानी अमृतपाल : अमृत पाल सिंह के माता-पिता ने अपने बेटे को जेल से बाहर निकालने के लिए पूरा जोर लगाना शुरू कर दिया है । ऐसी जानकारी है कि अमृतपाल सिंह की रिहाई के लिए एक आवेदन भी दिया गया है ।अमृतपाल सिंह मार्च 2023 से जेल में बंद है । अमृतपाल सिंह के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की गई है । अमृतपाल सिंह कई खालिस्तानी आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त पाया गया था ।
भारत को तोड़ने की बात करता है अमृतपाल सिह :
खालिस्तानी अमृतपाल : वह भारत को तोड़ने की बात करता है और खुलेआम वीडियो भी जारी करता था । आश्चर्य की बात यह है कि ऐसे आतंकवादी को भी चुनाव लड़ने की इजाजत हमारे संविधान ने दी है । कितनी आश्चर्य की बात है । कोई आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है और वह सांसद पद के शपथ भी ले लेता है ।अमृतपाल सिंह पंजाब के डिब्रूगढ़ की जेल में बंद है । राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 में आया था ।इस नियम के तहत अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई की गई है ।
अमृतपाल के माता – पिता खुश :
खालिस्तानी अमृतपाल : चुनाव जीतने के बाद अमृतपाल सिंह के माता-पिता काफी खुश है कि हमारा बेटा चुनाव जीता है और सांसद बना है । लेकिन वह यह नहीं बता पाए कि उनका बेटा खालिस्तान आतंकवादी गतिविधियों में क्यों लिप्त था ? अमृतपाल सिंह के माता-पिता अपने बेटे से मिलने के लिए जेल में गए थे ।
अमृतपाल सिंह ने पंजाब के खाडूर साहब सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 1,97120 वोटो के अंतर से कांग्रेस के कुलबीर सिह जीरा को हराकर जीत हासिल की थी | अमृतपाल को 4,4,430 वोट मिले ।अमृतपाल और उसके चाचा खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में विलुप्त पाए गए और जेल में बंद है ।
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अमृतपाल का जन्म :
खालिस्तानी अमृतपाल : अमृतपाल सिंह का जन्म अमृतसर में हुआ था । उसके पैदाइश अमृतसर के बाबा बकाला तहसील गांव के जल्लुपुर खेड़ा की है | पंजाब इलाके में पढ़ने वाला यह गांव 80 और 90 के दशक की खाड़कू की लहर में काफी सक्रिय रहा था । खाड़कू का हिंदी में अर्थ है लड़ाका है। 90 के दशक में खाड़कू को खालिस्तान गतिविधियों से लिफ्ट माना जाता था।
इस दौरान पंजाब पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर के आरोप भी लगे । हम भारतपाल सिंह का परिवार समृद्ध था । उसके चाचा 70 के दशक में कनाडा चले गए । जहां उन्होंने ट्रांसपोर्ट का बिजनेस चालू किया । अपने इस बिजनेस को बढ़ाते हुए उन्होंने दुबई में भी ट्रांसपोर्ट का बिजनेस चालू किया ।
चाचा के व्यापार से की तरक्की :
खालिस्तानी अमृतपाल : दुबई के ट्रांसपोर्ट बिजनेस को संभालने के लिए अमृतपाल का के पिता दुबई चले गए । अमृतपाल सिंह सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सामने आया । 26 जनवरी 2021 को किसान आंदोलन में अमृतपाल सिंह की भूमिका रही । उसने लाल किले पर निशान साहिब का झंडा फहराया । बाद में किसान आंदोलन में दो पहाड़ हो गई । वह झंडा फहराने को जायज मानता है ।
सोशल माडिया के द्वारा सामने आया :
26 जनवरी 2021 को किसान आन्दोलन के दौरान लाल किले पर निशान साहेब फहराने की घटना के बाद किसान संगठन दो फाड़ हो गए थे. दीप सिद्धू को इस पूरी घटना का दोषी बताकर पेश किया जा रहा था. इस समय अमृतपाल सिंह फेसबुक पर कई लाइव करके दीप सिद्धू का बचाव किया और निशान साहेब फहराने की घटना को जायज ठहराया. इस दौरान वो पहली बार लोगों की नज़रों में आए. फरवरी 2021 में दीप सिद्धू की गिरफ्तारी के बाद उसने दीप सिद्धू के पक्ष में बड़ी उग्रता के साथ सोशल मीडिया प्रचार अभियान चलाया |