बीकानेर, राजस्थान: 16 अप्रैल, 2024 को बीकानेर जिले के लूणकरणसर तहसील के सहजरासर गांव में एक भयानक घटना घटी। अचानक ज़मीन धंसने से करीब डेढ़ बीघा (लगभग 5000 वर्ग मीटर) क्षेत्र 70 फीट की गहराई तक धंस गया। इस घटना ने आसपास के ग्रामीणों में भारी दहशत फैला दी। किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन भारी क्षति हुई है।

सहजरासर

सहजरासर

प्राकतिक घटना :

सहजरासर :अभी तक की घटना में यानी 10 मई तक 200 फीट तक जमीन घुस चुकी है| यह एक ऐसी प्राकृतिक घटना है जीने लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि यह क्या हो रहा है| यह किसी गहरी खाई की तरह दिख रही है जैसे कोई पहाड़ी स्थान पर खाई बन जाती है । यह ऐसी भूगर्भीय घटना है जो लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है । आसपास के रहने वाले लोग इस घटना को देवी प्रकोप या कुदरत का चमत्कार मान रहे हैं । क्या यह किसी बड़ी घटना का संकेत है जो राजस्थान में सामने आया है ।

राजस्थान में आए दिन आजकल ऐसी घटनाएं बहुत हो रही है । जयपुर में भी जमीन धसने की घटना सामने आई थी । ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटना पहले भी हो चुकी है ।

घटना पर गंभीर सवाल : सहजरासर

क्या अत्यधिक भूजल दोहन इस घटना का कारण है?

क्या भविष्य में और भी ज़मीन धंस सकती है?

ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

यह जगह सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है और लोग रेल बनाकर वीडियो डाल रहे हैं । बढ़ते हुए लोगों की तादाद देखकर प्रशासन ने 144 धारा लगा दी है और गड्ढे के आसपास तार लगा दिए हैं जिससे कि कोई अंदर जा ना सके ।

जमीन धसने की वजह :

सहजरासर : स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन धसने की घटना की जानकारी उन्होंने प्रशासन को पहले विधि है । विशेषज्ञों का कहना है कि जमीन के नीचे कोई तालाब यह नदी का सोर्स होगा जो सूखने पर जमीन देखने की घटना सामने आई है । यह केवल एक अनुमान है अभी तक इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिल पाया है । घटना की समीक्षा करने के लिए जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया को जानकारी दी है और इस घटना की समीक्षा करनी की मांग की है ।

नवीनतम अपडेट (10 मई 2024) :

सहजरासर : बीकानेर के लूणकरणसर में 16 अप्रैल को जमीन धंसने की घटना के बाद से अभी तक वैज्ञानिकों ने इसके कारणों का पूर्ण रूप से पता नहीं लगा पाया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की एक टीम जांच कर रही है और विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन कर रही है। प्रारंभिक जांच में भूजल स्तर में गिरावट और अत्यधिक गर्मी को संभावित कारणों के रूप में देखा गया है। लेकिन, विस्तृत अध्ययन के बाद ही निश्चित कारणों का पता लगाया जा सकेगा।

घटना के बाद महत्वपूर्ण उपाय :
  • धंसी हुई ज़मीन को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं।
  • ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
  • भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जल संरक्षण और भूजल प्रबंधन के उपाय किए जा रहे हैं।
  • प्रभावित ग्रामीणों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
घटना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :
  • धंसी हुई ज़मीन का क्षेत्रफल: करीब डेढ़ बीघा (लगभग 5000 वर्ग मीटर)
  • गहराई: 150 फीट
  • प्रभावित क्षेत्र: सहजरासर गांव, लूणकरणसर, बीकानेर
  • संभावित कारण: भूजल स्तर में गिरावट, अत्यधिक गर्मी
  • जांच: भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा
यह भी पढ़े 👇
झुंझुनू में उबल रही जमीन: धरती का रोना :

झुंझुनू, राजस्थान: बीकानेर और बाड़मेर में जमीन धंसने की घटनाओं के बाद, अब झुंझुनू में भी अजीबोगरीब घटना सामने आई है। मंडावा मोड़ के पास मान कॉम्प्लेक्स के समीप सड़क किनारे कुछ हिस्सों में मिट्टी उबलकर जमीन में धंस रही है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बुलबुले उठते हुए और जमीन धंसते हुए दिखाई दे रहे हैं।

झुंझुनू, राजस्थान

स्थानीय लोगों में डर :

यह घटना स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर रही है। लोगों का कहना है कि पहले कभी ऐसी घटना नहीं देखी गई। कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह भूजल स्तर में गिरावट या भूगर्भीय गतिविधियों का कारण हो सकता है। प्रशासन ने इस घटना की जांच के लिए विभागों को निर्देश दिए हैं।

Spread the love
Enable Notifications OK No thanks